जब भी आप बैंक से लोन लेने जाते हैं, तो सबसे पहले देखा जाता है आपका CIBIL स्कोर। यह स्कोर बताता है कि आपने अपने पुराने लोन या क्रेडिट कार्ड की किस्तें समय पर भरी हैं या नहीं। स्कोर अच्छा होगा तो बैंक आसानी से लोन दे देगा, लेकिन अगर स्कोर कम हुआ तो लोन रिजेक्ट भी हो सकता है।
RBI ने क्यों लाए नए नियम?
अक्सर लोगों को यह समझ नहीं आता कि उनका स्कोर क्यों गिरा या लोन क्यों रिजेक्ट हुआ। कई बार गलती क्रेडिट ब्यूरो या बैंक की होती है, लेकिन भुगतना ग्राहक को पड़ता है। इस गड़बड़ी को ठीक करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2025 में कुछ सख्त और फायदेमंद नियम लागू किए हैं।
1. साल में एक बार फ्री में पूरी क्रेडिट रिपोर्ट
अब हर ग्राहक को साल में एक बार पूरी क्रेडिट रिपोर्ट मुफ्त में मिलेगी।
-
किसी थर्ड पार्टी ऐप पर पैसे देने की जरूरत नहीं।
-
क्रेडिट कंपनी की वेबसाइट पर सीधा लिंक मिलेगा।
-
इससे आप जान पाएंगे कि स्कोर में क्या गड़बड़ी है और कैसे सुधार करना है।
2. लोन रिजेक्ट करने की वजह बताना जरूरी
अब कोई भी बैंक या NBFC अगर लोन रिजेक्ट करता है, तो
-
आपको उसकी वजह बतानी जरूरी होगी।
-
इससे आपको समझ आएगा कि अगली बार क्या सुधार करें।
-
पारदर्शिता बढ़ेगी और मनमानी बंद होगी।
3. डिफॉल्टर घोषित करने से पहले सूचना देना अनिवार्य
अब कोई भी बैंक किसी को सीधा डिफॉल्टर नहीं बना सकता।
-
पहले ग्राहक को नोटिस देना जरूरी है।
-
उसे सुधार करने का मौका मिलेगा।
-
इससे गलती से डिफॉल्टर बनने से बचा जा सकेगा।
4. 21 दिन में शिकायत निपटाना जरूरी
अगर आप CIBIL स्कोर में कोई गलती पाते हैं और शिकायत करते हैं:
-
बैंक को 21 दिन के अंदर जवाब देना होगा।
-
अगर क्रेडिट ब्यूरो के पास मामला गया है, तो उन्हें 9 दिन में हल करना होगा।
-
देरी होने पर हर दिन के लिए ₹100 का जुर्माना लगेगा।
5. CIBIL स्कोर चेक करने पर मिलेगी सूचना
अब कोई भी बैंक अगर आपका CIBIL स्कोर चेक करता है,
-
तो उसे आपको SMS या ईमेल के जरिए इसकी सूचना देनी होगी।
-
इससे आप जान सकेंगे कि कोई आपकी जानकारी का गलत इस्तेमाल तो नहीं कर रहा।
6. शिकायतों की जानकारी वेबसाइट पर देना जरूरी
हर क्रेडिट कंपनी को अब अपनी वेबसाइट पर दिखाना होगा:
-
कितनी शिकायतें मिलीं?
-
कितनी सुलझाईं गईं?
-
कितने समय में समाधान हुआ?
इससे ग्राहक भरोसे के साथ सही कंपनी चुन सकेंगे।
7. नोडल अधिकारी की नियुक्ति अनिवार्य
हर बैंक और NBFC को एक नोडल अधिकारी नियुक्त करना होगा जो:
-
सिर्फ CIBIL स्कोर और क्रेडिट रिपोर्ट से जुड़ी शिकायतें देखेगा।
-
अब ग्राहक को बार-बार कॉल सेंटर नहीं करना पड़ेगा।
इन नियमों से ग्राहक को क्या फायदा होगा?
-
फ्री रिपोर्ट मिलने से पारदर्शिता बढ़ेगी।
-
लोन रिजेक्ट होने की वजह जानकर सुधार किया जा सकेगा।
-
कोई भी संस्था अब मनमानी नहीं कर पाएगी।
-
शिकायतों का समय से समाधान होगा।
-
गलत तरीके से डिफॉल्टर घोषित होने से बचा जा सकेगा।
निष्कर्ष: अब ग्राहक जागरूक और मजबूत
RBI के नए नियम आम लोगों के लिए एक बड़ी राहत हैं। अब कोई भी बैंक या कंपनी आपकी जानकारी के बिना CIBIL स्कोर का दुरुपयोग नहीं कर सकती।
अगर आप भी कभी लोन के लिए परेशान हुए हैं या स्कोर में गड़बड़ी देखी है, तो अब आपको अधिकार मिला है अपनी रिपोर्ट जानने, समझने और उसे सुधारने का।
याद रखें – आपका स्कोर, आपकी जिम्मेदारी, लेकिन अब आपके साथ है RBI की सुरक्षा।