अगर आप नेशनल हाईवे पर सफर करते हैं और हर बार टोल प्लाजा पर रुकना आपको परेशान करता है, तो अब खुश हो जाइए। 2025 में सरकार ने टोल टैक्स से जुड़ी नई गाइडलाइन जारी की है, जिसमें कई लोगों और वाहनों को टोल टैक्स से पूरी छूट दी गई है। आइए जानते हैं आसान भाषा में कि अब किन्हें टोल नहीं देना पड़ेगा और कैसे आप भी इस सुविधा का फायदा ले सकते हैं।
टोल टैक्स क्या होता है?
टोल टैक्स एक शुल्क होता है जो सरकार हाईवे, एक्सप्रेसवे और अन्य मुख्य सड़कों के रखरखाव और विकास के लिए लेती है। यह पैसा सड़क की मरम्मत, सुरक्षा और नई सड़कें बनाने के लिए इस्तेमाल होता है। लेकिन कुछ विशेष व्यक्तियों और सेवाओं को इससे छूट दी जाती है।
किन लोगों को पूरी छूट मिलती है?
2025 के नए नियमों के अनुसार, इन व्यक्तियों को देशभर के किसी भी टोल प्लाजा पर टोल टैक्स नहीं देना होगा:
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राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री
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राज्यपाल, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री
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सांसद (MP) और विधायक (MLA) – जब वे सरकारी काम पर हों
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उच्चतम न्यायालय और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश
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वीरता पुरस्कार विजेता – जैसे परमवीर चक्र, अशोक चक्र, शौर्य चक्र आदि
इनके वाहनों पर एक विशेष चिन्ह या प्लेट लगी होती है, जिससे टोल कर्मचारी पहचान कर गाड़ी को बिना रोके आगे बढ़ा देते हैं।
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रक्षा और आपातकालीन सेवाएं भी टोल फ्री
सरकार ने सुरक्षा और इमरजेंसी सेवाओं को भी टोल से मुक्त कर दिया है। इसमें शामिल हैं:
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भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना की गाड़ियां
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अर्धसैनिक बलों की गाड़ियां जैसे BSF, CRPF, CISF, ITBP
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फायर ब्रिगेड
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एम्बुलेंस और मेडिकल इमरजेंसी वाहन
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पुलिस वाहन और आपदा प्रबंधन वाहन
इन सेवाओं की प्राथमिकता को देखते हुए इन्हें टोल टैक्स से मुक्त किया गया है ताकि वे बिना किसी रुकावट के काम कर सकें।
दोपहिया और साइकिल सवारों के लिए राहत
सरकार ने सभी बाइक, स्कूटर और साइकिल को भी टोल टैक्स से छूट दे दी है। ये वाहन सड़क पर ज्यादा भार नहीं डालते और अधिकतर आम व मध्यम वर्ग के लोग इन्हें चलाते हैं। इस फैसले से लाखों लोगों को सीधा फायदा होगा।
सरकारी बसें भी अब टोल फ्री
अब राज्य परिवहन की सरकारी बसों को भी टोल नहीं देना होगा। जैसे:
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UPSRTC (उत्तर प्रदेश)
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RSRTC (राजस्थान)
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DTC (दिल्ली)
इससे सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा मिलेगा और लोग निजी गाड़ियों की जगह बसों को प्राथमिकता देंगे।
कैसे तय होता है टोल टैक्स?
टोल की रकम वाहन की श्रेणी, वजन और आकार के हिसाब से तय होती है:
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छोटी गाड़ियां (जैसे कार, जीप) – कम टोल
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भारी वाहन (जैसे ट्रक, बस) – ज्यादा टोल
हर टोल प्लाजा पर एक रेट चार्ट लगा होता है ताकि यात्रियों को जानकारी रहे और कोई धोखा न हो।
वापसी में मिलता है डिस्काउंट
अगर आप किसी टोल से 24 घंटे के अंदर उसी रास्ते से वापस आते हैं, तो दोबारा पूरा टोल नहीं देना पड़ता। आपको सिर्फ 1.5 गुना राशि देनी होती है, जिससे सफर थोड़ा सस्ता हो जाता है।
इन बातों का रखें ध्यान
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अगर आप टोल फ्री कैटेगरी में आते हैं, तो अपने वाहन पर सही पहचान चिन्ह लगवाना जरूरी है।
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फर्जी पहचान या झूठा दस्तावेज दिखाने पर कानूनी कार्रवाई और जुर्माना लग सकता है।
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सभी को नियमों का पालन करना चाहिए ताकि व्यवस्था बनी रहे और सड़कें सुरक्षित रहें।
निष्कर्ष
2025 में लागू हुए टोल टैक्स के नए नियमों ने बहुत से लोगों को राहत दी है। चाहे वो वीरता पुरस्कार विजेता हों, सुरक्षा बल, इमरजेंसी सेवाएं, दोपहिया वाहन चालक या सरकारी बसें – अब इन सभी को टोल देने की जरूरत नहीं है। यह न केवल आम जनता को फायदा देगा, बल्कि देश की ट्रैफिक व्यवस्था और सड़क सुविधाओं को भी बेहतर बनाएगा।
Disclaimer:
यह जानकारी विभिन्न सरकारी निर्देशों और समाचार स्रोतों पर आधारित है। छूट की शर्तें समय-समय पर बदल सकती हैं। किसी योजना या सुविधा का लाभ उठाने से पहले आधिकारिक वेबसाइट या विभाग से पुष्टि जरूर करें।