90% लोग करते हैं ये गलती! जानिए चेक के पीछे साइन करने का असली नियम Bank Cheque Rule

By Shruti Singh

Published On:

Bank Cheque Rule

आजकल भले ही डिजिटल पेमेंट का ज़माना आ गया हो, लेकिन बैंक चेक का उपयोग अब भी बड़े और गंभीर लेन-देन में किया जाता है। चाहे जायदाद खरीदना हो, गारंटी के लिए पैसे देना हो या फिर बिजनेस ट्रांजैक्शन—चेक आज भी एक भरोसेमंद तरीका है। लेकिन क्या आपको पता है कि चेक के पीछे साइन करना कब ज़रूरी होता है और कब नहीं? आइए जानते हैं पूरी जानकारी आसान और साफ भाषा में।

चेक के प्रकार और उनके नियम

सभी चेक एक जैसे नहीं होते। हर प्रकार के चेक के लिए अलग नियम होते हैं, खासकर पीछे साइन करने को लेकर।

1. बियरर चेक (Bearer Cheque):

2. ऑर्डर चेक (Order Cheque):

3. अकाउंट पेयी चेक (Account Payee Cheque):

बैंक पीछे साइन क्यों करवाता है?

कुछ स्थितियों में बैंक चेक के पीछे साइन की मांग करता है, जैसे:

अगर आप खुद अपने खाते से पैसा निकाल रहे हैं?

₹50,000 से ज्यादा के चेक पर क्या होता है?

चेक से जुड़ी कुछ जरूरी सावधानियां

निष्कर्ष: चेक के नियम जानना जरूरी है

डिजिटल युग में भी चेक का उपयोग कम नहीं हुआ है। ऐसे में चेक से जुड़ी बारीकियों को जानना हर बैंक ग्राहक के लिए जरूरी है। अगर आप ये जानते हैं कि चेक के पीछे साइन कब करना है और कब नहीं, तो आप गलतियों और परेशानी से बच सकते हैं

तो अगली बार जब आप किसी को चेक दें या बैंक जाएं, तो ऊपर दिए गए नियमों को ज़रूर याद रखें और अपने दोस्तों और परिवार को भी इसकी जानकारी दें। यही जानकारी आपको सुरक्षित और सतर्क बनाएगी।

यह भी पढ़े:
FD Interest Rate सीनियर सिटीजन के लिए बंपर तोहफा! इन बैंकों में मिल रही सबसे ज्यादा ब्याज दर FD Interest Rate

Shruti Singh

Shruti Singh is a skilled writer and editor at a leading news platform, known for her sharp analysis and crisp reporting on government schemes, current affairs, technology, and the automobile sector. Her clear storytelling and impactful insights have earned her a loyal readership and a respected place in modern journalism.

Leave a Comment

Join Whatsapp Group