अगर आप लोन लेने की सोच रहे हैं या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करते हैं, तो ये खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 1 जुलाई 2025 से सिबिल स्कोर से जुड़े कुछ अहम बदलाव लागू किए हैं, जो अब आपकी क्रेडिट प्रोफाइल को और पारदर्शी और सुरक्षित बनाएंगे।
चलिए आसान और साफ भाषा में समझते हैं कि ये बदलाव क्या हैं और आपके लिए कैसे फायदेमंद हैं।
सिबिल स्कोर क्या होता है?
सिबिल स्कोर एक तीन अंकों का नंबर होता है (300 से 900 के बीच), जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री पर आधारित होता है। यह दर्शाता है कि आपने पहले लोन या क्रेडिट कार्ड का कितना अच्छा और समय पर इस्तेमाल किया है।
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स्कोर जितना ज्यादा होगा, लोन मिलने की संभावना उतनी ही बेहतर होगी।
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कम स्कोर होने पर बैंक लोन देने से हिचकिचाते हैं या ज्यादा ब्याज दर लगाते हैं।
अब हर 15 दिन में अपडेट होगा सिबिल स्कोर
पहले सिबिल स्कोर महीने में एक बार अपडेट होता था, लेकिन अब यह हर 15 दिन में अपडेट होगा। यानी जैसे ही आप लोन की किस्त चुकाते हैं या क्रेडिट कार्ड का बिल भरते हैं, उसका असर जल्दी स्कोर पर दिखेगा।
फायदा – स्कोर तेजी से सुधरेगा और लोन मिलने की प्रक्रिया आसान होगी।
स्कोर चेक करने पर मिलेगा SMS या Email अलर्ट
अब जब भी कोई बैंक या वित्तीय संस्था आपका सिबिल स्कोर चेक करेगी, आपको SMS या ईमेल के जरिए जानकारी दी जाएगी। इससे आपका डेटा सुरक्षित रहेगा और आप जान सकेंगे कि कौन आपकी प्रोफाइल देख रहा है।
साल में एक बार फ्री क्रेडिट रिपोर्ट
अब हर व्यक्ति को साल में एक बार मुफ्त में क्रेडिट रिपोर्ट देखने का अधिकार मिलेगा। इस रिपोर्ट में आप जान सकते हैं:
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आपका वर्तमान स्कोर कितना है
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कौन-कौन से लोन आपके नाम पर हैं
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आपने किस तरह से भुगतान किया है
अगर कोई जानकारी गलत हो, तो आप उसके खिलाफ शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
गलत जानकारी पर मिलेगा मुआवजा
अगर क्रेडिट रिपोर्ट में कोई गलती है और आपने उसकी शिकायत की है, तो बैंक या क्रेडिट एजेंसी को 30 दिन के अंदर सुधार करना होगा। अगर ऐसा नहीं होता तो आपको प्रति दिन ₹100 का मुआवजा मिल सकता है।
इसके अलावा, बैंक को आपकी शिकायत का जवाब 21 दिनों में देना जरूरी होगा।
लोन रिजेक्ट हुआ? अब मिलेगा कारण
अगर आपका लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन रिजेक्ट होता है, तो बैंक को कारण बताना होगा। इससे आप जान सकेंगे कि स्कोर कम होने, बकाया भुगतान न होने या किसी और वजह से लोन नहीं मिला।
इससे आप अपनी कमियों को सुधारकर अगली बार सफलता पा सकते हैं।
आगे और क्या बदलाव हो सकते हैं?
RBI भविष्य में इन सुविधाओं पर भी काम कर रहा है:
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रीयल-टाइम स्कोर अपडेट – यानी पेमेंट के तुरंत बाद स्कोर में बदलाव दिखेगा।
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यूनिक बोर्रोअर ID – जिससे गलत या डुप्लीकेट डाटा की संभावना कम होगी।
आपको क्या करना चाहिए?
अब जब RBI ने सिबिल स्कोर को पारदर्शी बना दिया है, तो आपको भी अपनी वित्तीय आदतों को सुधारना चाहिए:
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EMI और क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर करें
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साल में कम से कम एक बार क्रेडिट रिपोर्ट जरूर देखें
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एक साथ कई लोन या कार्ड के लिए आवेदन न करें
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लिमिट के अनुसार ही खर्च करें
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अगर कोई गलती हो तो तुरंत शिकायत दर्ज करें
निष्कर्ष
RBI के नए नियम सिर्फ कागजों का बदलाव नहीं हैं, बल्कि हर आम आदमी की आर्थिक सेहत को मजबूत करने का कदम हैं। अब आपको ज्यादा जानकारी, ज्यादा अधिकार और ज्यादा पारदर्शिता मिलेगी।
अगर आप समझदारी से अपनी फाइनेंशियल आदतों को सुधारते हैं, तो आने वाले समय में आपको लोन लेना, कम ब्याज दर पर क्रेडिट मिलना और एक मजबूत क्रेडिट प्रोफाइल बनाना बेहद आसान हो जाएगा।