अगर आप रोज़ाना बाइक या कार से सफर करते हैं और पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान हैं, तो अब राहत की सांस ले सकते हैं। देशभर में ईंधन की कीमतों में हल्की लेकिन अहम गिरावट दर्ज की गई है, जिससे आम आदमी की जेब पर बोझ कुछ कम हुआ है। आइए जानते हैं कि पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कितनी कमी आई है, आपके शहर में रेट क्या हैं और आगे क्या उम्मीद की जा सकती है।
पेट्रोल-डीजल के दामों में कितनी गिरावट?
देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल के दामों में 30 से 55 पैसे प्रति लीटर तक की गिरावट देखी गई है। पहली नजर में यह गिरावट भले ही छोटी लगे, लेकिन जब महीने भर के हिसाब से देखा जाए तो इससे ₹100-₹300 तक की बचत हो सकती है।
प्रमुख शहरों में आज के पेट्रोल-डीजल रेट
हर शहर में टैक्स और डीलर मार्जिन अलग होने के कारण रेट भी अलग-अलग होते हैं। नीचे देखें देश के बड़े शहरों में आज के रेट:
शहर | पेट्रोल (₹/लीटर) | डीजल (₹/लीटर) |
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दिल्ली | ₹96.72 | ₹89.62 |
मुंबई | ₹106.31 | ₹94.27 |
कोलकाता | ₹104.74 | ₹91.84 |
चेन्नई | ₹102.63 | ₹92.51 |
बेंगलुरु | ₹101.94 | ₹87.89 |
हैदराबाद | ₹105.92 | ₹97.73 |
पुणे | ₹106.00 | ₹94.40 |
गिरावट के पीछे की वजहें क्या हैं?
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कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड और WTI क्रूड की कीमतों में कमी आई है, जिससे घरेलू बाजार में भी ईंधन सस्ता हुआ है। -
सरकारी टैक्स में कोई इजाफा नहीं
केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने फिलहाल एक्साइज ड्यूटी या वैट नहीं बढ़ाया है। -
कुछ राज्यों में लोकल टैक्स में कटौती
जैसे चेन्नई और बेंगलुरु में स्थानीय टैक्स घटाए गए हैं, जिससे कीमतों में राहत मिली है। -
डीलर मार्जिन में सुधार
पेट्रोल पंप डीलरों का मार्जिन कम होने से कंपनियों ने रेट कम किए हैं।
आगे क्या उम्मीद की जा सकती है?
अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें स्थिर रहती हैं और डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत बना रहता है, तो ईंधन की कीमतों में और गिरावट संभव है। हालांकि किसी भी वैश्विक संकट, जैसे युद्ध या सप्लाई चेन में बाधा आने से कीमतें दोबारा बढ़ भी सकती हैं।
आम जनता को होगा कितना फायदा?
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जिन लोगों का हर महीने ₹4,000 से ₹6,000 का फ्यूल खर्च है, उन्हें ₹200-₹300 तक की बचत होगी।
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बस, ट्रक, टैक्सी और ऑटो ड्राइवरों की लागत घटेगी, जिससे यात्री किराया स्थिर रह सकता है।
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स्कूल बस और मालवाहक गाड़ियों का खर्च कम होगा, जिससे सामानों की कीमतें भी नियंत्रित रह सकती हैं।
क्या सरकार और कम कर सकती है टैक्स?
लंबे समय से मांग चल रही है कि पेट्रोल और डीजल को GST के दायरे में लाया जाए, ताकि पूरे देश में एक ही रेट हो। लेकिन फिलहाल केंद्र और राज्य सरकारों के मतभेद के चलते ऐसा नहीं हो पाया है।
अगर केंद्र सरकार एक्साइज ड्यूटी में और कटौती करती है तो कीमतें और गिर सकती हैं।
अपनी जेब और पर्यावरण दोनों को बचाएं
हालांकि फिलहाल राहत मिली है, लेकिन हमें लंबे समय की प्लानिंग भी करनी चाहिए। कुछ आसान उपाय अपनाकर आप और ज्यादा बचत कर सकते हैं:
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समय-समय पर वाहन की सर्विसिंग कराएं
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छोटी दूरी के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग करें
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कार पूलिंग अपनाएं
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ईंधन बचाने वाले ड्राइविंग टिप्स फॉलो करें
निष्कर्ष
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में आई ताजा गिरावट आम आदमी के लिए एक बड़ी राहत की खबर है। इससे सिर्फ आपकी जेब पर असर नहीं पड़ेगा, बल्कि देश की पूरी अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव दिखेगा। हालांकि यह राहत कितने समय तक टिकेगी, यह वैश्विक स्थितियों और सरकार की नीतियों पर निर्भर करता है। तब तक आपको स्मार्ट तरीके से ईंधन की बचत करने और खर्च को नियंत्रित करने पर ध्यान देना चाहिए।